वो किचिन में आंटी के पास गया।
आकाश- आंटी आपको समीर कैसा लगा….?
आंटी- अच्छा लड़का है। मिश्रा जी को हम लोग बहुत पहले से जानते है। दिल्ली में होने के बावजूद हम इन लोगो के संपर्क में थे।
आकाश- आपने देखा जिया का स्वभाव समीर के सामने बदल जाता है।
आंटी- हाँ वो तो है। लेकिन तुम कहना क्या चाहते हो?
आकाश- मै ये बोल रहा हूँ की आप जिया और समीर की बात मिश्रा अंकल से क्यों नहीं करते।
आंटी- ना बाबा ना। पिछली बार तुम्हारी और जिया की जब बात की थी तो वो बहुत गुस्सा हो गयी थी।
आकाश- अच्छा मै जिया से बात करता हूँ फिर आप जिया से बात कर लेना।
समीर के जाने के बाद जिया और आकाश बात करने लगे।
आकाश- अच्छा बंदा है ना समीर
जिया- ठीक है।
आकाश- हाँ हाँ जब सामने बेठा हुआ था तेरी नज़र उससे हट नहीं रही थी।
जिया- एसा कुछ नहीं है।
आकाश- सच्ची सच्ची बता. अच्छा लगा ना तुझे वो।
जिया- परेशान मत कर।
आकाश- बता ना। मुझसे क्या शर्मा रही है।
जिया(मुस्कुरा के)- हाँ अच्छा था।
आकाश- तो तेरी बात करवाता हूँ।
जिया- तू पागल है क्या...
आकाश- बचपन से
जिया– बकवास मत कर
आकाश- जब तू उससे बात कर रही थी तेरी शक्ल देखना चाहिए थी। मै आंटी से बोलता हूँ कि तेरी और उसकी
तेरी बात करने के लिए।
जिया- अभी रुक जा थोड़ी समय।
आकाश जिया को डेरी मिल्क किलकार बोलता है
आकाश- चल खा ली ना डेरी मिल्क चल अब शुभ काम भी कर ले। शुभ काम मे देरी कैसी?
आकाश जिया की मम्मी के पास गया और मुस्कुराने लगा।
आंटी- क्या हुआ?
आकाश- आपकी लड़की ने हाँ बोल दी है। शादी की तयारियां शुरू कीजिये।
आंटी- शादी… अभी उन लोगो से बात भी नहीं हुई है।
आकाश- वैसे भी उन्हें जिया जैसी अच्छी बहू कहा मिलेगी? वैसे भी इसकी जल्दी शादी करवाओ। इसको मना कर दिया तो लड़का नहीं मिलेगा
आंटी- हट पागल...!!!
थोड़े दिन के बाद समीर और जिया की शादी हो गयी। उसके कुछ दिन के बाद आकाश और अनामिका ने भी शादी कर ली।
अनामिका- जल्दी चलिए देर हो रही है। जिया और समीर इंतज़ार कर रहे है।
आकाश अपनी यादों से बाहर आया और महसूस किया की वो वहाँ पीछे 5 min से खड़ा है। आज समीर और जिया की शादी की दूसरी सालगिरह थी। आकाश ने जल्दी से अपना कोट उठाया और समीर जिया और अनामिका के साथ डिनर पर चला गया।